7 दिसम्बर
2012 को आयोजित नगर राजभाषा कार्यान्वयन समिति की 25 वीं बैठक कार्यवृत्त
नगर
राजभाषा कार्यान्वयन समिति (नराकास), जोरहाट की 25वीं बैठक का
आयोजन उत्तर-पूर्व विज्ञान तथा प्रौद्योगिकी संस्थान, जोरहाट के एम एस अयंगर सभा
कक्ष में अपराह्नन 3.00 बजे आयोजित की गयी । बैठक की अध्यक्षता डा. पी जी राव,
निदेशक, निस्ट, जोरहाट ने किया ।
बैठक में
विभिन्न कार्यालयों से उपस्थित कार्यालय प्रधान एवं प्रतिनिधियों की सूची अनुलग्नक
‘क’ में संलग्न की गयी है ।
सर्वप्रथम अध्यक्ष महोदय ने
उपस्थित सदस्यों का स्वागत किया एवं विशेष आमंत्रित विशिष्ट अतिथि विज्ञान एवं
प्रौद्योगिकी मंत्रालय, भारत सरकार के हिंदी सलाहकार समिति के सदस्य डा. डी.डी. ओझा को समिति
की ओर से शुक्रिया अदा किया । अतिथि राजभाषा विभाग,
क्षेत्रीय कार्यान्वयन कार्यालय, गुवाहाटी के सहायक निदेशक श्री अशोक
कुमार मिश्र
का भी स्वागत किया । तत्पश्चात दोनों अतिथि को फुलाम
गमोछा, पुष्प गुच्छ एवं
सांस्कृतिक प्रतीक चिह्न सॉराय से स्वागत किया
गया । कार्यसूची के अनुरूप उपस्थित सदस्यों ने अपना परिचय दिया
। आगे की कार्यवाही के लिए अध्यक्ष महोदय ने सचिव, श्री अजय कुमार को निदेशित
किया सचिव ने पुन: उपस्थित सभी सदस्यों का स्वागत किया और कार्यसूची अनुसार
कार्यवाही आरंभ हुआ :
मद सं.1: 24 वीं बैठक के कार्यवृत्त की पुष्टि
10 मई 2012 को आयोजित समिति की
24 वीं बैठक के कार्यवृत्त समिति के पटल पर रखा गया जो पहले से भी प्रत्येक कार्यालय को विचार के लिए भेजा जा चुका था । अध्यक्ष महोदय ने उपस्थित सदस्यों को पुन:
पढ़कर किसी प्रकार के संशोधन का अनुरोध किया । सर्व सम्मति से कार्यवृत्त में उल्लेखित निर्णयों को तदनुसार सभी सदस्यों द्वारा सर्वसम्मति से पुष्टि की गयी । यह भी कि उल्लेखित कार्य को आगे बढ़ाया जाय ।
मद सं.2: विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय, भारत सरकार, हिंदी सलाहकार समिति के सदस्य
डा. डी.डी. ओझा की प्रस्तुती
आमंत्रित अतिथि के रूप में उपस्थित विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय, भारत सरकार, हिंदी सलाहकार समिति के सदस्य डा. डी.डी. ओझा ने कार्यक्रम अनुसार ‘विज्ञान एवं प्रशासन’ विषय अपना आलेख प्रस्तुत किया । आलेख के उपरांत उन्होनें मंत्रालय के हिंदी सलाहकार समिति में हाल ही में हुए बैठक की चर्चा की एवं कई महत्त्वपूर्ण सलाह नराकास, जोरहाट के सदस्यों को दिया
:
(क)
नराकास राजभाषा हिंदी को कार्यालयों में
प्रसारित करने का एक सशक्त माध्यम एवं मंच है । इसलिए सभी कार्यालयों को नियमित
रूप से भाग लेना चाहिए ।
(ख)
नराकास मंच से सभी कार्यालय मिलकर हिंदी
कार्यशाला/ संगोष्ठी का आयोजन करें । योगदान से आयोजन आसान होगा और प्रतिभागी
अधिकारियों / कर्मचारियों में राजभाषा के प्रति जागृति आयेगी और प्रसार होगा ।
मद सं.3 : तिमाही प्रगति रिपोर्ट के
आधार/गतिविधियों पर चर्चा
सभी उपस्थित कार्यालयों ने अपने तिमाही प्रगति रिपोर्ट के
आधार/गतिविधियों पर अपने कार्यालय में राजभाषा हिंदी के वर्तमान स्थिति का
संक्षिप्त ब्यौरा प्रस्तुत किया । जोरहाट में कुछ नये केंद्रीय कार्यालय/बैंक
स्थापित हुए हैं, नराकास, सचिव ने उसका परिचय दिया एवं आमंत्रण पर उपस्थित उन
कार्यालयों का स्वागत भी किया । राजभाषा विभाग, क्षेत्रीय
कार्यालय के सलाह पर पड़ोसी जिला गोलाघाट में अवस्थित केंद्र सरकार के कार्यालयों
को भी नराकास, जोरहाट के
अंतर्गत लाया गया । क्योंकि वहॉ कोई समिति नहीं है और सलाह एवं सुझाव के लिए
नराकास, जोरहाट
सबसे नजदीक है । तदनुसार नुमालीगढ़ रिफाइनरी, गोलाघाट को
आमंत्रित किया गया । भविष्य में अन्य कार्यालयों को भी आमंत्रित किया जायेगा ।
सचिव इस संबंध में कार्यालयों से पत्राचार करेंगे ।
मद सं.4 : राजभाषा विभाग, क्षेत्रीय
कार्यान्वयन कार्यालय, गुवाहाटी द्वारा मूल्यांकन
राजभाषा
विभाग, क्षेत्रीय
कार्यान्वयन कार्यालय, गुवाहाटी के सहायक निदेशक श्री अशोक कुमार मिश्र ने
कार्यालयों की गतिविधियों का मूल्यांकन प्रस्तुत करते हुए, निम्नलिखित सुझाव
अनुसरण हेतु प्रस्तुत किया :
(क)
नराकास की बैठक में नियमानुसार कार्यालय प्रधान
को अपने हिंदी कार्य करने वाले अधिकारी/कर्मचारी के साथ उपस्थित होना चाहिए, यदि वे किसी व्यस्तता
के कारण नहीं आ सके तो वैसे उच्च अधिकारी को भेंजें/ प्रतिनियुक्त करें जो
नराकास की बैठक में लिए गए निर्णय को अपने कार्यालय में कार्यान्वित करने की
क्षमता से युक्त हों ।
(ख)
प्रत्येक कार्यालय द्वारा राजभाषा कार्यान्वयन
संबंधी फाइल अलग से मेंटेन किया जाना चाहिए एवं इसकी जिम्मेदारी किसी अधिकारी/
कर्मचारी को दिया जाना चाहिए उक्त अधिकारी/ कर्मचारी के नाम एवं फोन को सूचना
नराकास, जोरहाट
कार्यालय को भेजना चाहिए । उनका तबादला होने पर जिनको भी जिम्मेदारी दी जायेगी
उसकी सूचना नराकास कार्यालय में दिया जाना चाहिए । इससे आपसी संवाद एवं कार्यान्वयन
में सुविधा होगी ।
(ग)
कार्यालय प्रभावी राजभाषा कार्यान्वयन
के लिए कार्य योजना बनाऍ जिसकी सूचना नराकास कार्यालय एवं क्षेत्रीय राजभाषा
कार्यान्वयन को भी दें ताकि समुचित सुझाव दे सके ।
(घ)
सदस्य कार्यालय अपने राजभाषा
गतिविधियों की सूचना नराकास कार्यालय एवं क्षेत्रीय राजभाषा कार्यान्वयन को अवश्य
दें । किसी भी प्रकार के सलाह के लिए फोन करें, तदनुसार सहायता
लें ।
(ङ)
कार्यशाला/ संगोष्ठी/ प्रशिक्षण आदि
का आयोजन नराकास मंच से सभी कार्यालय मिलकर करें, इससे सभी को लाभ
हो सकेगा और आपसी विचार विनिमय हो सकेगा । इससे प्रभावी राजभाषा कार्यान्वयन होगा
।
मद सं.5 : सिल्वर जुबली बैठक पर पुरस्कार की घोषणा
अध्यक्ष डा. पी.जी. राव, निदेशक, निस्ट, जोरहाट ने समिति
के इस 25 वीं बैठक का खास रूप में उल्लेख किया । वस्तुत: यह सिल्वर जुबली बैठक
है, जिसका
विशेष महत्त्व है । अध्यक्ष महोदय ने इस महत्त्वपूर्ण बैठक पर विशेष घोषणा
करते हुए कहा कि नराकास प्रत्येक वर्ष कार्यालयों को उनके कार्यान्वयन के आधार
पर पुरस्कार देती आ रही है । परंतु इन सबसे हटकर सिल्वर जुबली बैठक पर एक विशेष
सिल्वर जुबली पुरस्कार की घोषणा की । यह पुरस्कार 10,000.00 रूपये सममुल्य/मोमेन्टोज का होगा जो
निस्ट, जोरहाट कार्यालय द्वारा प्रदान किया जायेगा
। अध्यक्ष महोदय के अनुसार इसके लिए उस कार्यालय को चयनित किया जायेगा जिसके
द्वारा राजभाषा के रूप में हिंदी भाषा के कार्यान्वयन से सामाजिक सद्भावना / एकता
में सहायता मिला हो । जिसका प्रभाव समाज के तह तक पहुँचा हो । इसके लिए क्षेत्रीय
राजभाषा कार्यालय गुवाहाटी के साथ एक उप-समिति बनायी जायेगी जो उपयुक्त नियम एवं
शर्ते तैयार करेगी और तदनुसार चयनित किया जायेगा ।
हर्षध्वनि के साथ सभी सदस्यों ने इसका स्वागत
किया एवं अध्यक्ष महोदय को धन्यवाद दिया ।
मद सं.6 : अध्यक्ष डा. पी.जी. राव
के सेवानिवृत्ति पर शुभकामनाएं
अध्यक्ष महोदय डा. पी.जी. राव ने यह घोषणा की कि वे 31 दिसम्बर
2012 को निदेशक, निस्ट, जोरहाट से
अधिवर्षिता के कारण सेवानिवृत हो रहे हैं । इस प्रकार नराकास अध्यक्ष के रूप में
यह उनका यह अंतिम बैठक है अगली बैठक में नए निदेशक होंगे परंतु उन्होने आश्वासन
दिया कि वे बाद में भी नराकास, जोरहाट की वेबसाइट को देखते रहेंगे और जहां तक सहयोग हो
सकेगा, करते
रहेंगे । नराकास, जोरहाट के सभी सदस्य कार्यालयों की ओर से सचिव श्री अजय
कुमार ने अध्यक्ष महोदय के कार्य को सराहा और तालियो की गड़गड़ाहर से सभी सदस्य
कार्यालयों ने कृतघ्नता व्यक्त किया । सेना के प्रतिनिधि कर्नल कुलदीप सिंह चौधरी
ने सेवानिवृति के उपरांत उनके सुखमय जीवन की कामना सभी सदस्यों के तालियों की
गड़गड़ाहट से किया । श्री अशोक कुमार मिश्र सहायक निदेशक राजभाषा विभाग ने डा.
पी.जी. राव की भूरि-भूरि प्रशंसा की । उन्होंने कहा कि एक हिंदीतर भाषी व्यक्ति
का हिंदी कार्यान्वयन के प्रति इतना लगाव कम ही देखा जाता है । इनके कार्यकाल के
दौरान नराकास, जोरहाट का
स्तर काफी उंचा हुआ, काफी कार्यालयों को इससे जोड़ा गया और लाभ हुआ ।
श्री
रोशन कुमार पांडेय,
प्रबंधक (राजभाषा),
सेन्ट्रल बैंक ऑफ इंडिया,
आंचलिक कार्यालय जोरहाट के उद्गार एवं धन्यवाद ज्ञापन के बाद बैठक
समाप्त घोषित किया
(अजय कुमार)
सचिव, नराकास, जोरहाट
(डा. पी जी राव)
अध्यक्ष,
नराकास, जोरहाट
प्रतिलिपि
: 1. सभी नराकास, जोरहाट सदस्य कार्यालय
2. निदेशक, भारत सरकार, गृह
मंत्रालय, राजभाषा विभाग, नई दिल्ली
3. उप निदेशक, भारत सरकार, गृह
मंत्रालय, राजभाषा विभाग, क्षेत्रीय कार्यालय, गुवाहाटी
4. उप निदेशक, भारत सरकार, गृह
मंत्रालय, हिंदी शिक्षण योजना, गुवाहाटी
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