हिन्दी सप्ताह एवं हिन्दी दिवस-2011
वर्षा
वन अनुसंधान
संस्थान में
दिनांक 9 सितंबर,
2011 के प्रातः
10 बजे श्रीमती
एम्तिएन्ला आओ,
समूह समन्वयक
(अनुसंधान) की
अध्यक्षता में
आयोजित बैठक
में हिन्दी
सप्ताह का
औपचारिक उद्घाटन
किया गया।
उद्घाटन समारोह
का शुभारंभ
पारंपरिक तरीके
से द्वीव
प्रज्वलित करके
तथा संस्थान
में कार्यरत
समूह जूनियर
रिसर्च फैलो
और क्षेत्र
सहायकों द्वारा
प्रस्तुत समूह
गीत
द्वारा किया
गया। बैठक
में संस्थान
के वैज्ञानिक,
अनुसंधान अधिकारी,
कर्मचारी तथा
अनुसंधान में
कार्यरत व्यक्ति
बिराजमान थें।
श्री आलोक
यादव, कार्यकारी
हिन्दी अधिकारी
ने हिन्दी
सप्ताह की
शुभकामनाएं देते
हुए सप्ताह
दौरान आयोजित
होने वाले
कार्यक्रमों का
संक्षिप्त विवरण
प्रस्तुत किया।
उन्होंने बताया
कि राजभाषा
हिन्दी के
प्रचार-प्रसार
के लिए
विभिन्न प्रतियोगिताओं,
जैसे- श्रुतलेखन,
निबंध लेखन,
सामान्य ज्ञान,
आशुभाषण, स्लोगन
प्रतियोगिता आदि
का आयोजन
किया जायेगा।
सभी कर्मचारी
एवं अधिकारीगण
इसमें भाग
ले सकते
है तथा
उत्कृष्ट प्रतिभागियों
को पुरस्कृत
करने का
भी प्रावधान
रखा गया
है। पुरस्कारों
की घोषणा
हिन्दी दिवस
अर्थात् 14 सितंबर
कि दिन
किया जायेगा।
श्री आलोक
यादव ने
अपने वक्तव्य
जारी रखते
हुए संस्थान
में हो
रही गतिविधियों
के बारे
में सभा
को ज्ञात
कराया। उन्होंने
कहा कि
संस्थान में
आवश्यक सभी
गतिविधियां नियमित
रुप से
आयोजित की
जा रही
है। संस्थान
से कार्मिकों
को हिन्दी
भाषा का
ज्ञान दिया
जा रहा
है तथा
हिन्दी कार्यशालाएं
आयोजित की
जा रही
है। उपस्थित
सभासदों में
से वैज्ञानिक
डॉ. राजीब
कुमार बोरा,
श्री पवन
कुमार कौशिक
आदि ने
हिन्दी में
कार्य करने
के लिए
साथी अधिकारियों
को प्रेरित
किया। श्रीमती
आओ ने
अपने अध्यक्षीय
भाषण में
अपने अनुभवों
को बाँटते
हुए हिन्दी
की प्रयोजनीयता
एवं संपर्क
भाषा के
रुप में
इसकी उपादेयता
पर प्रकाश
डाला। उन्होंने
सभी को
हिन्दी सप्ताह
सफल बनाने
के लिए
बधाई दी
तथा सभी
को प्रतियोगिताओं
में भाग
लेने के
लिए कहा।
अंत में
धन्यवाद ज्ञापन
द्वारा बैठक
समाप्ति की
घोषण की
गई। कार्यक्रम
का संचालन
श्री शंकर
शर्मा, हिन्दी
अनुवादक ने
किया था।
समापन
समारोह
हिन्दी
दिवस के
शुभअवसर पर
दिनांक 14 सितंबर
के अपराह्न
3 बजे संस्थान
में हिन्दी
सप्ताह समापन
समारोह का
आयोजन किया
गया ।
सभा
में
संस्थान
की
समूह
समन्वयक
(अनुसंधान)
श्रीमती
एम्तिएन्ला
आओ,
सभी
वैज्ञानिक,
कर्मचारी
तथा
शोध
कार्यों
से
जुड़े
व्यक्ति
उपस्थित
थे।
सभा
की
शुरुआत
पारंपरिक
तरीके
से
निदेशक
महोदय
के
करकमलों
द्वारा
द्वीप
प्रज्वलन से हुई। कार्यक्रम
की
शुरुआत
में
संस्थान
के
वैज्ञानिक
श्री
पवन
कुमार
कौशिक
और
डॉ.
राजीब
कुमार
बोरा
ने
अपने
भाषण
में
हिन्दी
के
महत्व
पर
प्रकाश
डाला
।
इसके
उपरान्त
कार्यकारी
हिन्दी
अधिकारी
श्री
आलोक
यादव
ने
सभा
को
संबोधित
करते
हुए 8 से 14 सितंबर
तक
आयोजित
विभिन्न
प्रतियोगिताओं
का
लेखा-जोखा
प्रस्तुत
किया
।
सप्ताह
दौरान
संस्थान
के
कर्मचारियों
के
लिए
श्रुतलेखन,
निबंध
लेखन,
सामान्य
ज्ञान,
स्लोगन
आदि
प्रतियोगिताएं
आयोजित
की
गई
।
उन्हेंने
कहा
कि
कार्यालय
में
हिन्दी
के
प्रति
उचित
वातावरण
एवं
जागरुकता
लाने
के
लिए
इस
तरह
की
प्रतियोगिताएं
बहुत
ही
लाभदायी
है।
स्कूली
बच्चों
के
बीच
हिन्दी
के
प्रति
रुचि
बढ़ाने
के
लिए
संस्थान
द्वारा
एक
आशुभाषण
प्रतियोगिता
आयोजित
की
गई
थी, जिसमें चेनिआमगुरि हाई स्कूल, महर्षि विद्यामंदिर आदि के विद्यार्थियें ने भाग लिया।
सप्ताह
दौरान
आयोजित
कार्यक्रमों
में
दिनांक
12 सितंबर
को
एक
हिन्दी
कार्यशाला
का
भी
आयोजित
किया
गया
था
जिसमें
जगन्नाथ
बरूवा
महाविद्यालय,
जोरहाट
के
हिन्दी
विभाग
के
विभागाध्यक्ष
डॉ.
विजय
कुमार
वर्मा
अतिथि
वक्ता
के
रुप
में
आमंत्रित
थें।
सभा
में
हिन्दी
शिक्षण
योजना
के
अन्तर्गत
आयोजित
परीक्षाओं
में
उत्तीर्ण
कर्मचारियों
को
प्रमाण
पत्र
प्रदान
किया
गया
तथा
विभिन्न
प्रतियोगिताओं
में
उत्कृष्ट
प्रतिभागियों
को
पुरस्कार
एवं
प्रशस्ति
पत्र
प्रदान
किया
गया।
उपस्थित
कर्मचारियों
ने
इस
तरह
की
कार्यक्रमों
की
सराहना
की
तथा
हिन्दी
के
प्रति
अपनी
प्रतिबद्धता
दिखाई।
माननीय
निदेशक
महोदय
ने
अपने
भाषण
में
राजभाषा
हिन्दी
के
प्रति
जो
संवैधानिक
कर्त्यव्य
है
उसके
बारे
में
विस्तृत
चर्चा
की
तथा
सभी
को
हिन्दी
में
निष्ठा
से
काम
करने
के
लिए
प्रेरित
किया।
धन्यवाद
ज्ञापन
उपरान्त
सभा
समाप्ति
की
घोषणा
की
गई। कार्यक्रम का
संचालन
श्री
शंकर
शर्मा,
हिन्दी
अनुवादक
ने किया।
No comments:
Post a Comment