बैठक सभाकक्ष में कार्यक्रम के अनुसार 3.00 बजे आरंभ हुआ । समिति के अध्यक्ष डा. पी जी राव ने उपस्थित कार्यालयों के प्रधान/प्रतिनिधियों का स्वागत किया । उन्होनें यह प्रसन्नता प्रकट की बैठक में अधिक से अधिक केद्रीय कार्यालयों के वरिष्ठ अधिकारियों ने भाग लिया । इसके लिए उन्होनें उपस्थित प्रतिभागियों को धन्यवाद ज्ञापित करने के साथ प्रशंसा की कि कार्यालयों ने राजभाषा हिंदी कार्यान्वयन को गंभीरता से लिया है ।
मुख्य अतिथि के रूप में आये राजभाषा विभाग, पूर्वोत्तर क्षेत्र के सहायक निदेशक श्री अशोक कुमार मिश्रा एवं राजभाषा विभाग, हिंदी शिक्षण योजना के उप निदेशक श्री एस एल एस पूर्ति को असमिया गमछा एवं फूल से सम्मानित किया गया । ओ एन जी सी के बेसिन मैनेजर श्री बी के जोश्यूलू का भी फुलान गमछा से स्वागत किया गया । जोरहाट में नगर राजभाषा कार्यान्वयन समिति के माध्यम से कार्यालयों में कार्यान्वयन के संतोषप्रद प्रगति के लिए श्री मिश्रा ने अध्यक्ष डा. राव को धन्यवाद दिया और सरकार द्वारा उनके सेवा कार्यकाल दो वर्ष वढ़ने की बधाई दी ।
यह एक आम धारना भी है कि कंप्यूटर पर हिंदी में कार्य करना कठिन है या सॉफ्टवेयर लगाने की अवश्यकता होगी । परंतु केंद्र सरकार के ज्ञापन एवं दिशानिर्देश के बाबजूद अभी तक कार्यालयों में यह जानकारी नहीं है कि विंडो 2000, एक्स पी, विस्टा में यूनिकोड सक्रियता के माध्यम से हिंदी में कार्य करने की सुविधा मौजूद है, जिसे मात्र सक्रिय करने की आवश्यकता है । कोई सॉफ्टवेयर लगाने की आवश्यकता नहीं है । इन्हीं तथ्यों को केंद्रित करते हुए “कंप्यूटर पर हिंदी प्रचालन में सुगमता“ पर एक प्रस्तुती श्री अजय कुमार, सचिव नरकास ने रखा । मांग करने पर कंप्यूटर को सक्रिय करने के तरीकों का प्रोजेक्टर पर लाइव प्रदर्शन किया गया ।
बैठक में उपस्थित अधिकारियों से उनके कार्यालयों में राजभाषा हिंदी की प्रगति पर समीक्षा की गयी । राजभाषा विभाग के उपस्थित अधिकारियों ने उनके उपलब्धियों एवं कमियों को अंकित किया । अध्यक्ष डा. पी जी राव ने अपने वक्तव्य में राजभाषा नियम का संदर्भ देते हुए कहा कि सभी केंद्रीय कार्यालय अपना बाहरी साईनबोर्ड त्रिभाषी (असमियां-हिंदी-अंग्रेजी) ही लगायें ताकि आम आदमी आसानी कार्यालय का नाम पढ़ सके। जोरहाट में केंद्र सरकार के कुल 55 कार्यालय संज्ञान में है । इन सभी कार्यालयों में से श्रेणी अनुसार उल्लेखनीय राजभाषा हिंदी कार्यान्वयन करने वाले कार्यालयों को पुरस्कार स्वरूप शिल्ड एवं प्रशस्ति पत्र से सम्मानित किया गया । सार्वजनिक क्षेत्र के प्रतिष्ठान की श्रेणी में ओ एन जी सी, असम एवं असम अराकान बेसिन, जोरहाट को सम्मानित किया गया । यह पुरस्कार बेसिन मैनेजर, डा. बी एस जोश्युलू ने ग्रहण किया ।
राष्ट्रीयकृत बैंकों की श्रेणी में भारतीय स्टेट बैंक को प्रदान किया गया, जिसे भारतीय स्टेट बैंक के सहायक महाप्रबंधक श्री मिसिर अली अहमद ने ग्रहण किया ।
अर्द्घ सैनिक बल श्रेणी में कार्यालय महानिरीक्षक, केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल, जोरहाट को प्रदान किया गया । पुरस्कार श्री आर एस बडेसरा, उप महानिरीक्षक, केरिपुबल ने ग्रहण किया ।
भारतीय सेना की श्रेणी में पुरस्कार कार्यालय 41 सब एरिया, जोरहाट को प्रदान किया गया, शिल्ड कर्नल पी के मुखर्जी ने ग्रहण किया ।
स्वायत्तशासी की श्रेणी में वर्षा वन अनुसंधान संस्थान, जोरहाट को प्रदान किया गया, जिसे संस्थान के निदेशक डा. एन के बासु ने ग्रहण किया ।
उक्त बैठक के विषय की गंभीरता को ध्यान में रखते हुए जोरहाट के लगभग सभी केंद्रीय कार्यालयों ने बैठक में भाग लिया, इनमें केंद्रीय आबकारी शुल्क विभाग, नेशनल ब्यूरो ऑफ सॉयल सर्वे, केंद्रीय मूगा एवं एरी अनुसंधान संस्थान, भारतीय जीवन बीमा निगम, इंडियन ओवरसीज बैंक, सेंट्रल बैंक, विजया बैंक, इंडियन बैंक, युको बैंक, नेशनल इंश्योरेंस, पंजाब एण्ड सिंध बैंक, केंद्रीय विद्यालय निस्ट, रबर बोर्ड, भारतीय वायु सेना के अधिकारी आदि प्रमुख हैं । ज्ञातव्य हो कि निस्ट में केंद्र सरकार के अधिकारियों/कर्मचारियों को हिंदी भाषा प्रशिक्षण के लिए राजभाषा विभाग के नियंत्रणाधीन प्रशिक्षण केंद्र 1997 से ही चल रहा है । इस प्रशिक्षण केंद्र की वृहद सफलता का बयान करते हुए अतिथि श्री पूर्ति ने निदेशक, निस्ट का आभार प्रकट किया तथा संचालक श्री अजय कुमार को धन्यवाद दिया । उन्होनें सभी कार्यालयों से अनुरोध किया कि वे अपने हिंदीतर भाषी स्टाफ को हिंदी भाषा प्रशिक्षण के लिए प्राईवेट या पत्राचार में भी नामांकन करा सकते हें । उत्तर पूर्व में अवस्थित केंद्रों का ब्यौरा दिया ।
उक्त बैठक के विषय की गंभीरता को ध्यान में रखते हुए जोरहाट के लगभग सभी केंद्रीय कार्यालयों ने बैठक में भाग लिया, इनमें केंद्रीय आबकारी शुल्क विभाग, नेशनल ब्यूरो ऑफ सॉयल सर्वे, केंद्रीय मूगा एवं एरी अनुसंधान संस्थान, भारतीय जीवन बीमा निगम, इंडियन ओवरसीज बैंक, सेंट्रल बैंक, विजया बैंक, इंडियन बैंक, युको बैंक, नेशनल इंश्योरेंस, पंजाब एण्ड सिंध बैंक, केंद्रीय विद्यालय निस्ट, रबर बोर्ड, भारतीय वायु सेना के अधिकारी आदि प्रमुख हैं । ज्ञातव्य हो कि निस्ट में केंद्र सरकार के अधिकारियों/कर्मचारियों को हिंदी भाषा प्रशिक्षण के लिए राजभाषा विभाग के नियंत्रणाधीन प्रशिक्षण केंद्र 1997 से ही चल रहा है । इस प्रशिक्षण केंद्र की वृहद सफलता का बयान करते हुए अतिथि श्री पूर्ति ने निदेशक, निस्ट का आभार प्रकट किया तथा संचालक श्री अजय कुमार को धन्यवाद दिया । उन्होनें सभी कार्यालयों से अनुरोध किया कि वे अपने हिंदीतर भाषी स्टाफ को हिंदी भाषा प्रशिक्षण के लिए प्राईवेट या पत्राचार में भी नामांकन करा सकते हें । उत्तर पूर्व में अवस्थित केंद्रों का ब्यौरा दिया ।
इस मंच से कार्यालयों में बेहतर राजभाषा कार्यान्वयन के लिए कई ठोस निर्णय लिये गये । कई कार्यालयों ने बेहतर कार्यान्वयन का आश्वासन दिया । कुछ संकल्प एवं भरोसा के साथ बैठक समाप्त हो गया । यूको बैंक के राजभाषा प्रबंधक श्री अखिलेश कुमार अरूण ने सभी को धन्यवाद ज्ञापित किया और बैठक का अंत निस्ट सभागार में आयोजित सांस्कृति कार्यक्रम के साथ हुआ ।
नराकास की 21वीं बैठक की एक झलक
बीच में नराकास अध्यक्ष डा पी जी राव , निदेशक, निस्ट, जोरहाट एवं उनके दाहिने में श्री अशोक कुमार मिश्र, सहायक निदेशक, राजभाषा, पूर्वोत्तर क्षेत्र
बांयें, लैपटॉप पर : "यूनिकोड एनकोडिंग एवं गूगल हिंदी का प्रयोग "विषय पर प्रोजेक्टर के माध्यम से पावर प्वांयट प्रस्तुति करते हुए नराकास सचिव श्री अजय कुमार
नगर राजभाषा कार्यान्वयन समिति बैठक का आयोजन
Meeting of Town Official Language Implementation Committee
नगर राजभाषा कार्यान्वयन समिति, जोरहाट की 21वीं बैठक दिनांक 10 अगस्त 2010 ( मंगलवार) को अपराह्नन 3.00 बजे उत्तर-पूर्व विज्ञान तथा प्रौद्योगिकी संस्थान, जोरहाट के सभा कक्ष में संपन्न हो गया ।
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