ऑनलाइन संगोष्ठी
नगर राजभाषा कार्यान्वयन समिति, जोरहाट के सदस्य कार्यालय यूको बैंक, क्षेत्रीय कार्यालय, जोरहाट ने समिति कार्यालय निस्ट के संयुक्त तत्वावधान में राजभाषा हिंदी के कार्यान्वयन में गति प्रदान करने के लिए “जी डी बिड़ला स्मृति व्याख्यानमाला” के अंतर्गत वैज्ञानिक विषय “पूर्वोत्तर भारत में बदलते जलवायु परिदृश्य में मिट्टी और जल प्रबंधन ” पर ऑनलाइन संगोष्ठी आयोजित किया गया ।
यूको बैंक, अंचल कार्यालय, जोरहाट
एवं
नगर राजभाषा कार्यान्वयन समिति (निस्ट, जोरहाट)
के संयुक्त
तत्वावधान में
यूको बैंक “जी डी बिड़ला स्मृति
व्याख्यानमाला”
व्याख्यान विषय
पर्यावरण एवं ऊर्जा
17 जनवरी, 2020
Ø स्वागत
Ø मंच पर मुख्य अतिथि, निस्ट के मुख्य वैज्ञानिक श्री सुबोध कलिता का स्वागत
Ø मंच पर वक्ता-1 डॉ अनिल कुमार सिंह, वरिष्ठ वैज्ञानिक,
निस्ट का
परिचय एवं स्वागत
Ø मंच पर वक्ता-2 डॉ मोहन लाल, वरिष्ठ वैज्ञानिक,
निस्ट का
परिचय एवं स्वागत
Ø सूत्र संबोधन – श्री अमरदीप कुलश्रेष्ठ, मुख्य प्रबंधक (राजभाषा)
Ø वक्ता-1: डॉ अनिल कुमार सिंह द्वारा व्याख्यान
Ø व्याख्यान के पश्चात प्रश्न/चर्चा सत्र
Ø अंतराल : कविता प्रस्तुति/अल्पाहार
Ø वक्ता-2 : डॉ मोहन लाल द्वारा व्याख्यान
Ø व्याख्यान के पश्चात प्रश्न/चर्चा सत्र
Ø सचिव, नगर राजभाषा कार्यान्वयन समिति (नराकास) श्री अजय कुमार द्वारा सभा को संबोधन
Ø श्री सुबोध कलिता, अध्यक्ष, नराकास का संदेश
Ø नराकास सदस्य द्वारा धन्यवाद ज्ञापन
स्थान
बायोटेक्नोलोजी
सेमिनार हाल
सीएसआईआर-उत्तर पूर्व विज्ञान तथा प्रोद्योगिकी संस्थान, जोरहाट
स्वतन्त्रता दिवस के उपलक्ष्य में नगर राजभाषा कार्यान्वयन
समिति, जोरहाट एवं ओएनजीसी, जोरहाट के संयुक्त तत्वावधन में ओएनजीसी कार्यालय परिसर में प्रतियोगिता
स्वतन्त्रता दिवस 2018 के उपलक्ष्य में नगर राजभाषा कार्यान्वयन समिति, जोरहाट एवं ओएनजीसी, जोरहाट के संयुक्त तत्वावधन में ओएनजीसी कार्यालय परिसर, सिनामारा, जोरहाट में निम्नलिखित प्रतियोगिता पखवाड़ा का आयोजन किया गया:
क्रं
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प्रतियोगिता
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दिनांक
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स्थान
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विषय
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प्रतियोगी
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1.
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निबंध
प्रतियोगिता
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22अगस्त 2018
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ऑनलाइन भेजें :
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“विश्व मंच में
भारत की बदलती तस्वीर”
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1.ओ एन जी सी
के कार्मिक
2.नराकास, जोरहाट के सदस्य
कार्यालयों के कार्मिक
|
2.
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कविता वाचन
प्रतियोगिता
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23अगस्त 2018
|
धनसिरी भवन
सभागार, ओ एन जी सी, समय : दोपहर:2.30 बजे
|
कोई भी देशभक्ति कविता
|
1.ओ एन जी सी
के कार्मिक
2.नराकास, जोरहाट के सदस्य
कार्यालयों के कार्मिक
|
3.
|
भाषण
प्रतियोगिता
|
27अगस्त 2018
|
धनसिरी भवन
सभागार, ओ एन जी सी, समय : दोपहर:2.30 बजे
|
इस सदन का मत है कि “भारत को मिली आजादी एक राजनैतिक आज़ादी है”
|
1.ओ एन जी सी
के कार्मिक
2.नराकास, जोरहाट के सदस्य
कार्यालयों के कार्मिक
|
4.
|
फोटोग्राफी प्रतियोगिता
|
22अगस्त 2018
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कक्ष सं 331, धनसिरी
भवन में भेजें या ऑनलाइन भेजें :
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तस्वीरों से बोलता भारत (भारत
की सांस्कृतिक, राजनैतिक परिदृश्यों पर आधारित)
|
1.ओ एन जी सी
के कार्मिक
2.नराकास, जोरहाट के सदस्य
कार्यालयों के कार्मिक
|
पुरस्कार वितरण समारोह 14 सितम्बर 2018 को हिन्दी दिवस के अवसर पर धनसिरी भवन
सभागार, ओ एन जी सी में आयोजित
किया गया ।
यूको बैंक, अंचल कार्यालय,
जोरहाट द्वारा नगर राजभाषा कार्यान्वयन समिति, जोरहाट के साथ संयुक्त रूप से
दिनांक 21 दिसंबर, 2017 को हिंदी कार्यशाला का आयोजन किया गया । यह आयोजन नराकास
कार्यालय, उत्तर-पूर्व विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी संस्थान, जोरहाट के कार्यालय
परिसर में स्थित असीमा चटर्जी कक्ष में किया गया। इसमें यूको बैंक सहित तीन बैंकों
के अधिकारी एवं कर्मचारी कुल 17 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया। कार्यशाला की
अध्यक्षता यूको बैंक, अंचल कार्यालय, जोरहाट के उप अंचल प्रमुख श्री बी. पी.
कर्मकार द्वारा की गई।
प्रतिभागियों के औपचारिक
परिचय के पश्चात हिंदी कार्यशाला की शुरुआत श्री अमरदीप कुलश्रेष्ठ, वरिष्ठ
प्रबंधक(राजभाषा), अंचल कार्यालय, जोरहाट द्वारा प्रतिभागियों के स्वागत एवं
संक्षिप्त संबोधन के साथ हुई। इसके पश्चात सचिव, नगर राजभाषा कार्यान्वयन समिति,
जोरहाट ने कार्यशाला के विषय “हिंदी
में कामकाज: नियम
एवं व्यवहार” पर
प्रकाश डालते हुए कहा कि भारत संघ की राजभाषा हिंदी को बनाए जाने के पीछे समग्र
भारत के विद्वान मनीषियों एवं राजनीतिज्ञों की संयुक्त चेतना और दूरदर्शिता छिपी
हुई है। भाषा की दृष्टि से भारत एक ऐसा राष्ट्र
है जिसमें अनेक प्रमुख भाषाएँ और एक हज़ार से ऊपर बोलियाँ प्रयोग में लाई
जाती हैं। इसी कारण राजभाषा को लेकर काफी समय तक चले विचार-विमर्श के पश्चात
संविधान सभा ने हिंदी को ही संघ की राजभाषा के रूप में स्वीकृत किया। उन्होंने
स्पष्ट किया कि राजभाषा से संबंधित जितने भी नियम एवं उपबंध बनाए गए हैं उनका
उद्देश्य हिंदी के सरल, व्यावहारिक और सर्वसमावेशी रूप को प्रचारित करना है।
प्रत्येक भारतीय नागरिक को यह अधिकार दिया गया है कि वह अपनी भाषा में अपने
प्रशासन से संवाद कर सकता है और यदि उसे हिंदी या अंग्रेजी समझने में कठिनाई आती
हो तो वह अपनी स्वयं की भाषा में आरोप-पत्र आदि दिए या समझाए जाने की मांग भी कर
सकता है।
स्वल्पाहार के पश्चात श्री
अमरदीप कुलश्रेष्ठ एवं श्री अजय कुमार, सचिव नराकास, जोरहाट ने सम्मिलित रूप से
प्रोजेक्टर पर भारतीय संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल भारतीय भाषाओं के
सापेक्ष राजभाषा हिंदी की स्थिति पर प्रकाश डाला। यह भी सूचित किया गया कि भारत
में राष्ट्रभाषा कोई एक भाषा नहीं है अपितु आठवीं अनुसूची में शामिल सभी 22 भाषाएँ
राष्ट्रभाषा कहलाने योग्य हैं। राजभाषा अवश्य ही हिंदी है किंतु इसके साथ अंग्रेजी
को सहभाषा के रूप में तब तक सरकारी कार्यालयों उपयोग में लाते रहना है जब तक
कार्यालयों में केवल हिंदी में कामकाज सहज रूप से ग्राह्य न हो जाए एवं सभी
कर्मचारी हिंदी में कार्य करने योग्य न हो जाएँ।
हिंदी के संविधान-सम्मत
स्वरूप पर भी वृहत् विवेचन किया गया। बताया गया कि देवनागरी लिपि में लिखी गई
हिंदी ही राजभाषा हिंदी के रूप में स्वीकृत की जाती है। इसके साथ ही अंकों का रूप
भारतीय अंकों का अंतरराष्ट्रीय स्वरूप है जो मूलत: भारत से ही निकला और बाद में अरब
के रास्ते यूरोप में पहुँचा था ।
1
अन्य भारतीय भाषाओं के
सापेक्ष राजभाषा हिंदी की स्थिति पर भी विस्तार से विवेचन किया गया। सूचित किया
गया कि राजभाषा अधिनियम की धारा 351 में हिंदी का विकास इस प्रकार करने की बात कही
गई है जिससे अन्य भारतीय भाषाओं की अभिव्यक्तियों को हिंदी में व्यक्त करने की
क्षमता हिंदी में सदैव विकसित होती रहे और हिंदी भारत की सामासिक संस्कृति को
प्रकट करने का सक्षम माध्यम बने। भारत विविधताओं भरा देश है और इसकी इस अनूठी
विलक्षणता की निश्चय ही रक्षा की जानी चाहिए। यह ध्यान रखा गया है कि हिंदी को
राजभाषा बनाए जाने के चलते अन्य भारतीय भाषाओं एवं भाषा भाषी नागरिकों के साथ कोई
भेदभाव न हो बल्कि राज्य और संघ द्वारा उनकी बात को उनकी भाषा में स्वीकार करने
हेतु समुचित व्यवस्था की जाए। इसके लिए राज्यों को उनके स्तर पर अपनी अपनी राजभाषा
चुनने का अधिकार भी प्रदान किया गया है। इसके अतिरिक्त राजभाषा अधिनियम की अन्य
धाराओं में व्यक्त राजभाषा संबंधी प्रावधानों पर भी संक्षेप में प्रकाश डाला
गया ।
उपस्थितों को यह भी बताया गया
कि राजभाषा संबंधी निर्देशों के अनुपालन में प्रेरणा, प्रोत्साहन और पुरस्कार की
नीति को अपनाया गया है, लेकिन जान-बूझकर विभिन्न निर्देशों का उल्लंघन पाए जाने पर
दंडात्मक कार्रवाई करने का प्रावधान भी रखा गया है।
कार्यशाला के अंत में उप अंचल
प्रमुख श्री बी. पी. कर्मकार ने अपने अध्यक्षीय भाषण में कहा कि राजभाषा कार्यान्वयन भारतीय संविधान
के निर्देशों के अनुपालन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। इसमें हिंदी भाषा प्रशिक्षण
का सबसे ज्यादा महत्व है। हिंदी जानने के बाद कार्यालय में उसका अच्छे से उपयोग हो
सके इसके लिए हिंदी का अभ्यास आवश्यक है। इन बातों को ध्यान में रखते हुए हिंदी
कार्यशालाएँ आयोजित की जाती हैं। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि यह हिंदी
कार्यशाला सभी प्रतिभागियों के लिए सुरुचिपूर्ण और सूचनाप्रद रही है। जो भी महत्वपूर्ण
बातें कार्यशाला में सीखी गई हैं उन्हें प्रतिभागी अपने-अपने कार्यक्षेत्र में
अवश्य उपयोग में लाएँ। हिंदी प्रचार-प्रसार में अपना योगदान दें।
यूको बैंक, अंचल कार्यालय, जोरहाट में सुरक्षा
अधिकारी श्री राम बिलास बैठा ने अपने धन्यवाद ज्ञापन में निस्ट, जोरहाट के
कार्यालय, विशेष रूप से नराकास सचिव श्री अजय कुमार को विशेष रूप से धन्यवाद दिया
जिन्होंने कार्यशाला के लिए एक उपयुक्त कक्ष एवं प्रोजेक्टर आदि की व्यवस्था की।
साथ ही यूको की शाखाओं एवं अन्य बैंकों से पधारे प्रतिभागियों का भी आभार माना
जिन्होंने कार्यशाला में अपनी उपस्थिति दर्ज की। तत्पश्चात कार्यशाला समाप्त हुई।
पूर्वाशा हिन्दी अकादमी, जोरहाट के काव्य-संगोष्ठी पर नगर राजभाषा कार्यान्वयन समिति का योगदान
नगर राजभाषा कार्यान्वयन समिति, जोरहाट एवं ओएनजीसी, जोरहाट के संयुक्त तत्वावधान में दिनांक 11.07.2017 को विश्व जनसंख्या दिवस के अवसर पर वाद- विवाद प्रतियोगिता का आयोजन
कार्यशाला कार्यसूची
16 फरवरी 2016 को नगर राजभाषा
कार्यान्वयन समिति जोरहाट द्वारा जोरहाट अवस्थित केंद्र सरकार के कार्यालयों के
लिए "हिंदी में आईटी टूल्स का प्रयोग" विषय पर एक दिवसीय हिंदी कार्यशाला का आयोजन किया । भारत सरकार, राजभाषा विभाग के
दिशा निर्देश के अनुसरण में कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य था केंद्र सरकार के
कार्यालयों में कंप्यूटर के माध्यम से राजभाषा के रुप में हिंदी कार्य को
बढ़ावा देना, कंप्यूटर पर उपलब्ध
हिंदी में काम करने के लिए आईटी टूल्स के प्रयोग का प्रशिक्षण प्रदान करना ।
कार्यशाला में कुल 25 कार्यालयों के कंप्यूटर विशेषज्ञ अधिकारी/ कर्मचारी ने भाग लिया । प्रतिभागी
कार्यालयों में मुख्य आर्मी, केंद्रीय रिजर्व
पुलिस बल, केंद्रीय रेशम अनुसंधान केंद्र, ऑइल एवं नेचरल गेस कॉरपोरेशन, राष्ट्रीय जीवन बीमा निगम, भारतीय जीवन बीमा निगम, भारतीय खाद्य निगम, भारतीय स्टेट बैंक, जवाहर नवोदय विद्यालय, केंद्रीय मुगा एवं एरी अनुसंधान संस्थान, भारत संचार निगम, राष्ट्रीय प्रतिदर्श सर्वेक्षण कार्यालय, सेंट्रल बैंक, ऑल इंडिया लिमिटेड, वर्षा वन अनुसंधान संस्थान आदि ने भाग लिया ।
कार्यशाला के दौरान सचिव श्री अजय कुमार (बाएँ से बैनर के पास) के साथ समूहिक फोटो में विभिन्न कार्यालयों के
प्रतिभागीगण
ज्ञातव्य हो कि नगर राजभाषा
कार्यांवयन समिति जोरहाट नगर के केंद्रीय कार्यालय में राजभाषा हिंदी के विकास के
लिए कार्यरत है समय-समय पर बैठक आयोजित करती है जिसमें केंद्र सरकार के कार्यालयों के प्रधान अथवा
प्रतिनिधियों का उपस्थित होना अनिवार्य होता है । बैठक में राजभाषा विभाग के
प्रतिनिधि उपस्थित होते हैं एवं सभी कार्यालयों में राजभाषा विकास की समीक्षा की
जाती है । उक्त बैठक में इस प्रकार की कार्यशाला के आयोजन की आवश्यकता महसूस की गई
एवं यह निर्णय लिया गया कि कंप्यूटर पर हिंदी में काम करने के लिए एक कार्यशाला का
आयोजन किया जाना चाहिए । इस प्रकार इस कार्यशाला में सरल से सरल तरीके से हिंदी
में काम करने की सुविधा संबंधी आईटी टूल्स की जानकारी दी गई । राजभाषा विभाग द्वारा तैयार मंत्र, प्रवाचक (टेक्स्ट
टु स्पीच) सॉफ्टवेयर की
जानकारी दी गई जिसके माध्यम से अंग्रेजी से हिंदी में अनुवाद किया जा
सकता है । हिंदी से अंग्रेजी एवं अंग्रेजी से हिंदी गूगल ट्रांसलेट एवं गूगल वॉइस
टाइपिंग की भी जानकारी दी गई ।
प्रतिभागियों ने प्रायोगिक रुप से इस कार्य को किया एवम अपने कार्यालय के सभी
कंप्यूटर पर प्रयोग का आश्वासन दिया । अंत में सभी प्रतिभागियों को सचिव द्वारा प्रतिभागिता प्रमाण पत्र प्रदान किया
गया ।
यह आयोजन भारतीय स्टेट बैंक प्रशासनिक कार्यालय, जोरहट के ज्ञानार्जन केंद्र में आयोजित किया गया । कार्यशाला का औपचारिक शुभारंभ भारतीय स्टेट बैंक के उप महाप्रबंधक श्री एन के मालवीय द्वारा किया गया एवं संचालन समिति के सचिव श्री अजय कुमार ने किया । स्टेट बैंक ज्ञानार्जन केंद्र के सहायक महाप्रबंधक श्रीमती रत्नावती डे ने भी अपना सहयोग प्रदान किया । यूको बैंक के वरिष्ठ राजभाषा अधिकारी श्री प्रवीण कुमार घोष संकाय सदस्य के रुप में कार्यशाला में उपस्थित थे इसके अलावा सेंट्रल बैंक के राजभाषा अधिकारी श्री रेवती कुमार एवं भारतीय स्टेट बैंक के राजभाषा अधिकारी श्रीमती रुबी कुमारी भी मौजूद थी ।
1. 30 अप्रेल 2014 :
सेंट्रल बैंक ऑफ़ इंडिया द्वारा राजभाषा कार्यान्वयन समिति जोरहाट के तत्वावधान में आयोजित हिंदी संगोष्ठी सह हिंदी कार्यशाला का विवरण
2. 03 सितंबर 2014 :
सेंट्रल बैंक ऑफ़ इंडिया द्वारा राजभाषा कार्यान्वयन समिति जोरहाट के तत्वावधान में आयोजित हिंदी संगोष्ठी सह हिंदी कार्यशाला का विवरण
3. 30 एवं 31 मई 2015 को असम राज्य राष्ट्रभाषा प्रचार समिति द्वारा आयोजित राष्ट्रीय हिन्दी सम्मेलन, जोरहाट में अध्यक्ष नराकास, जोरहाट एवं सचिव की प्रमुख भूमिका समाचार क्लिप 1
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